1x Surat में आपका स्वागत है। आज के Article में आप Dandi Beach Navsari, कराडी विलेज और अद्भुत शिल्प से बना Heritage म्यूजियम। Dandi Beach का कराडी गांव। Navsari से Dandi Beach के बीच तक का यह रोड Heritage Dandi Beach रोड के नाम से जाना जाता है।
Best Time To Visit | Sunrise And Sunsets |
Entry Fees | No Entry Fees |
Location | 49 kms from Surat |
Timing | Everyday Open 24 hours |
Dandi Beach Navsari Location
Dandi Beach Navsari Location | Location Link |
Dandi Beach Navsari Contact Number
Dandi Beach Navsari Contact Number | 9024104977 |
Dandi Beach Navsari Timing
Day | Timing |
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Monday | 12:00 am – 12:00 am |
Tuesday | 12:00 am – 12:00 am |
Wedesday | 12:00 am – 12:00 am |
Thursday | 12:00 am – 12:00 am |
Friday | 12:00 am – 12:00 am |
Saturday | 12:00 am – 12:00 am |
Sunday | 12:00 am – 12:00 am |
Dandi Beach Navsari Ticket Price
There is no entry fee to visit Dandi Beach and you can enjoy the serene beauty of the beach without any charge.
Dandi Beach Navsari Ticket Price | No entry fee |
Dandi Beach Navsari Hotels
HOTEL CASA RIVA
Dandi Beach Navsari Address
Dandi Beach Navsari | Jalalpore, Surat, Gujarat, 395003, India |
Best Time to Visit Dandi Beach
Best Time to Visit Dandi Beach | March, April, May, June, September, October, November |
March, April, May, June, September, October, November
दांडी बीच की यात्रा का सबसे अच्छा समय अक्टूबर और फरवरी के बीच है जब मौसम सुहावना होता है। हालाँकि, यदि आप मानसून के मौसम का आनंद लेना चाहते हैं, तो आप जून और सितंबर के बीच यात्रा कर सकते हैं जब भारी वर्षा के कारण समुद्र तट हरा-भरा दिखता है।
Dandi Beach Surat Distance
The driving distance from Surat to Dandi Beach is 49 km.
Dandi Beach Navsari
आजादी के ठीक 17 साल पहले 1930 में अंग्रेज सरकार ने नमक पर टैक्स लगाया था, जो बिलकुल ही गैर वाजिब था। Mahatma Gandhi ने इसका सख्ती से विरोध करने के लिए देशभर में इसके खिलाफ आंदोलन छेड़ा।
गांधी विचारधारा के उस दौर में देखते ही देखते हजारों लोग Dandi Beach सत्याग्रह के लिए तैयार हो गए.
Mahatma Gandhi की अगुवानी में अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से सविनय कानून भंग करने के लिए फॉलोअर्स के साथ 241 मील तक का कूच किया और बीच रास्ते में अनेक सभाएं करते हुए लोगों में आजादी का माहौल बनाते गए।
Heritage रोड पर Dandi Beach से 8 किलोमीटर पहले यहां से दाईं ओर जाने वाले रास्ते पर कराड़ी गांव आता Hai, जहां पर गांधी स्मृति मंदिर बनाया गया Hai।
इस जगह का शांत वातावरण देखिए यहां कितना सुकून Hai यह देखिए छोटे बच्चे कितने मजे से शिक्षा ले रहे Haiं। ऐसे नेचुरल माहौल में पढ़ाई करना भी एक एंजॉयमेंट से कम नहीं Hai।
इसी तालाब के पानी से Mahatma Gandhi स्नान किया करते थे। 90 साल पहले घटी हुई इस घटना के गवाह में तो कोई जिंदा नहीं Hai, लेकिन इस गांव के बुजुर्गों से सुनी हुई बातें बताते हुए ट्रस्टी ने हमें बताया कि उस समय इस ट्रस्ट के आजीवन प्रमुख सरदार वल्लभ भाई पटेल खुद थे।
अभी यहां पर इंग्लिश मीडियम की प्राइमरी, सेकेंडरी और हायर सेकेंडरी स्कूल चल रही Hai। Dandi Beach कूच के दौरान Mahatma Gandhi ने 14 अप्रैल 1930 से 4 मई 1930 तक यानी 21 दिन तक यहां इस गांव में निवास किया था। यहां से समुद्र किनारे बने हुए नमक के अंदर की ओर कूच ले जाकर नमक उठाकर कानून तोड़ा था और इसी झोपड़ी में बैठकर अंग्रेज गवर्नर लॉर्ड इरविन को लेटर लिखकर साल्ट एक्ट भंग किए जाने के बारे में सूचित किया था।
इस सत्याग्रह की वजह से 4 मई 1930 रात 12:00 बजे इसी जगह पर से ब्रिटिश पुलिस ने Mahatma Gandhi को गिरफ्तार किया था और यहां से सीधा पुणे की येरवडा जेल में ले जाया गया था। कराडी गांव की पवित्र भूमि पर Mahatma Gandhi के उपरांत कस्तूरबा पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल साहब, मोरारजी देसाई, काका साहब कालेलकर, विनोबा भावे, रवि शंकर महाराज, स्वामी आनंद, गोकुल भाई वेंकटरामन आदि क्रांतिकारी नेता पधारे हुए थे।
आज के टाइम में भी यहां कई महानुभाव इस स्थल की मुलाकात लेते Haiं। कराडी गांव से निकलकर फिर से Heritage रोड पर आकर Dandi Beach तक जा सकते Haiं। यह वही बीच Hai जहां Mahatma Gandhi ने कूच करके नमक उठाकर कानून तोड़ा था। इस Dandi Beach कूच से अंग्रेज सरकार की बुनियाद हिल गई थी।
अंग्रेजों के साथ खिलाफत हो गई थी। लॉर्ड इरविन को इस सत्याग्रह से इतना तो समझ में आ गया था कि अब हिंदुस्तान को ज्यादा समय तक गुलाम नहीं रखा जा सकता Hai। लेकिन फिर भी इस सत्याग्रह को तोड़ने के लिए उसने Mahatma Gandhi को कैद कर लिया था।
सॉल्ट Memorial Dandi Beach से सिर्फ एक किलोमीटर दूरी पर गुजरात टूरिज्म ने नेशनल सॉल्ट सत्याग्रह नाम का एक बहुत ही सुंदर Memorial बनाया Hai। इस प्रदर्शन को देखने के लिए सुबह 11:00 बजे से शाम 07:00 बजे तक आप यहां आ सकते Haiं। इसके लिए एंट्री टिकट सिर्फ ₹20 Hai, जबकि बच्चों के लिए सिर्फ ₹10 Hai और पांच साल तक के बच्चों के लिए बिल्कुल फ्री Hai।
याद रहे इसके अंदर पानी की बोतल, खाद्य पदार्थ और तंबाकू से बनी कोई भी चीज लेकर प्रवेश नहीं किया जा सकता Hai। मंगलवार के दिन यह Memorial बंद रहता Hai।
यहां से एंट्री टिकट लेकर स्मारक में एंट्री करते ही नमक उठाते हुए Mahatma Gandhi की मूर्ति दृश्यमान होती Hai। फिर सीधा आगे बढ़कर एक छोटा सा ब्रिज क्रॉस करके एग्जीबिशन सेंटर के मुख्य गेट तक आ जाते Haiं। 30 जनवरी 2 हज़ार 19 के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा राष्ट्र को समर्पित किए गए इस Memorial में आजादी की लडाई के आबे झांकी कराए गए। ऐसे अद्भुत शिल्प रखे गए Haiं।
शिल्पकार ने अपनी आर्ट का परिचय देते हुए सभी शिल्प को इतना लायक बनाया Hai कि देखने वाले अभिभूत हो जाते Haiं सभी शिल्प के नीचे उनकी डिस्क्रिप्शन लिखी गई Hai। आई वांट वर्ल्ड सिम्पैथी इन बैटल ऑफ राइट अगेंस्ट माइट।
5 अप्रैल 1930 का Mahatma Gandhi के हस्ताक्षर में लिखा हुआ एक महत्वपूर्ण मैसेज यहां उकेरा गया Hai। इस म्यूजियम को यहां लेफ्ट की ओर से देखना स्टार्ट करें, क्योंकि इस सभी शिल्प की घटना को इसी क्रम में रखा गया Hai। यह देखो। सूरत सिटी का तापी का रेलवे पुल जो सत्याग्रही से भरा हुआ दिखाई दे रहा Hai।
इस शिल्प में सूरत की जो लाली नजर आ रही Hai। और यह भी देखिए गांधी जी अगर से नमक उठाकर कानून भंग करते हुए सत्याग्रह का 90 साल पुराना माहौल कितना जीवंत लग रहा Hai। यह वह 80 लोगों की नामावली Hai, जिसका Dandi Beach सत्याग्रह के लिए Mahatma Gandhi ने स्वयं चयन किया था। करोड़ों रुपए की लागत से बना हुआ यह स्मारक एक आइलैंड पर बनाया हुआ Hai।
महात्मा गांधी जी को समर्पित इस स्मारक की मुख्य प्रतिमा जिसे मध्य भाग में स्थापित किया गया Hai। यह Memorial शायद दुनिया का सबसे पहला स्मारक होगा जो बिजली के मामले में पूर्ण रूप से स्वावलंबी Hai या यहां पर इस तरह के कई सारे सोलर ट्री लगाए गए Haiं। इस ट्री से पैदा होने वाली बिजली से इस संकुल की बिजली की सारी जरूरत फुलफिल हो जाती Hai।
मतलब यह Memorial इलेक्ट्रिसिटी की नीड के मामले में सेल्फ डिपेंडेंट Hai। दोस्तों हमें भी अपने घर में या काम की जगह पर ऐसी सोलर पैनल लगवाकर ग्रीन एनर्जी का निर्माण करना चाहिए। सत्याग्रह में सम्मिलित देश भक्त जो नमक बनाकर बटोरने की फिराक में टूरिस्टों के लिए यह जगह बहुत ही इंटरेस्टिंग Hai। यहां पर आप खुद अपने हाथों से नमक बना सकते हो। इसके लिए सामने वाले नल से खारा पानी लेकर इस आधुनिक नगर में डाल के।
सोलर एनर्जी से चलने वाले इस नगर में कुछ ही मिनट में आपकी नजर के सामने ही पानी से नमक बन जाता Hai। यह सारी प्रोसेस आप यहां बैठकर देख सकते हो यहां पर ऑडियो विजुअल सिनेमा घर Hai जहां डॉक्यूमेंट्री के थ्रू आजादी का इतिहास दिखाया जाता Hai।
वारंगल गांव के अजय मेवाड़ा जो कि माइक्रो शिल्प बनाने के एक्सपर्ट Haiं, उन्होंने Dandi Beach कूच का एक माइक्रो स्कल्पचर को सुई की नोक के अंदर बनाकर उत्कृष्ट कलाकारी का उदाहरण पेश किया Hai। उनकी बनाई कलाकृति को देखने के लिए माइक्रोस्कोप की आवश्यकता पड़ती Hai, जो यहां लगाया गया Hai।
ऐसे शिल्प बनाने वाले शिल्पी अजय मेवाड़ा को गुजरात की ओर से बहुत बहुत धन्यवाद तोहफा मिला। साबरमती आश्रम से Dandi Beach तक की 241 मील की यात्रा करके 24 दिन के बाद यहां इस सैफी विला नाम की जगह पर पहुंचे थे।
इस विला के मालिक सैयदना ताहेर सैफुद्दीन और उनके परिवार ने बड़ी खिदमत से महात्मा और उनके फॉलोवर्स का स्वागत किया था और यह विला उन्हें उपयोग करने हेतु समर्पित किया था.
Mahatma Gandhi ने सिराजुद्दीन सेठ से मजाक में कहा था कि मैंने संघवी में कोई वक्त बंगलो, कोई बेस्वाद मतलब की आप इस तरह आपके विला में मुझे आश्रय देकर एक दिन आप अपना बंगलो गवा देंगे।
आखिरकार यह सच हो ही गया। आज यह बंगला राष्ट्रीय स्मारक बन गया Hai। दोस्तों, अगली बार जब भी Dandi Beach आओ तब सिर्फ बीच जाकर टाइमपास या वेस्ट करने की जगह करोड़ों की लागत से बने इस अनूठे म्यूजियम की विजिट अवश्य करना।
यहां आपको आर्ट के साथ Heritage इंफॉर्मेशन भी मिलेगी। हाऊ टू रीच Dandi Beach आने के लिए Navsari से Dandi Beach तक डबल ट्रैक स्टेट हाईवे Hai। प्राइवेट व्हीकल से या स्टेट ट्रांसपोर्ट की बस से भी यहां पहुंचा जा सकता Hai। नया रेलवे स्टेशन Navsari Hai, जो वेस्टर्न रेलवे की अहमदाबाद मुंबई लाइन पर स्थित Hai।
सूरत इंटरनैशनल एयरपोर्ट Dandi Beach का नजदीकी एयरपोर्ट Hai, जो देश के सभी बड़े शहरों से कनेक्टेड Hai। यहां। गुजरात की अनसीन ब्यूटी को देखने के लिए आज ही इस 1xSurat चैनल को सब्सक्राइब कीजिए और अपने फ्रेंड सर्किल के साथ शेयर कीजिए। जय भारत, जय गुजरात।